Monday, December 15, 2025

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Kamini Vidrawan Ras VS Goli Wajid Ali Shah in Hindi

दोस्तों। इस पोस्ट में हम बात करेंगे, दो मशहूर आयुर्वेदिक, और यूनानी विधि से बनाए गए उत्पादों की, जो पुरुषों में सैक्स शक्ति बढ़ाने में, काफी अधिक उपयोगी माने जाते हैं। बस अंतर सिर्फ इतना है, कि गोली वाजीद अली शाह यूनानी उत्पाद है, और ये, रैक्स कंपनी द्वारा बनाया गया, खुद का फार्मूला है। जबकि कामिनी विद्रावन रस, प्राचीन ग्रंथों में लिखा हुआ, हजारों वर्षों पुराना आयुर्वेदिक शास्त्रीय योग है, जिसका लोहा विश्व भर में माना जा चुका है।

पाठकों की भारी मांग पर हम ये आर्टिकल लेकर आए हैं, जिसमे हम आपको बताएंगे, की इन दोनों दवाओं में से कौन अधिक उपयोगी साबित हुआ है, इनके क्या क्या फायदे हैं। क्या इनके इस्तेमाल करने का तरीका है, और इनके क्या नुकसान हैं।

कामिनी विद्रावन रस और गोली वाजिद अली शाह में कौन ज़्यादा अच्छा है, जो संभोग शक्ति बढ़ा सके, और शीघ्रपतन दूर कर सके।

तो चलिए शुरू करते हैं, सबसे पहले बात कर लेते हैं, दोनों के घटक द्रव्यों के बारे में, की दोनों किन किन जड़ी बूटियों और दूसरे पढ़ार्थों को लेकर बनाए गए हैं।

कामिनी विद्रावन रस के मुख्य घटक द्रव्यों पर एक नज़र डालते हैं।

  • शुद्ध अफ्यूम
  • सफेद चंदन
  • केसर
  • लौंग
  • जायफल
  • शोधित गंधक
  • पान
  • शुण्ठी

अब गोली वाजिद अली शाह के घटक द्रव्यों पर एक नज़र डालते हैं।

  • ज़ाफ़रान
  • अफ्यूम
  • सफेद मूसली
  • शतावरी
  • शिलाजीत
  • धतूरा
  • जायफल
  • जावित्री
  • और कुछ दूसरी यूनानी दवाएं जैसे अखरोट, बादाम, चिलगोजा, कद्दू के बीज, खश खास, करन फल

ऐसा क्या अलग है, जो इन दोनों दवाओं को दूसरी देसी दवाओं से महँगा और मशहूर बनाता है।

दोनों औषधियों में अधिकतर सुरक्षित जड़ी बूटियों का प्रयोग किया है। लेकिन एक चीज़ जो दोनों में कॉमन है, वो है अफ्यूम का प्रयोग। अफ्यूम एक मादक द्रव्य है, जो पोस्त के पौधे से प्राप्त किया जाता है। इस द्रव्य का प्रयोग समान्यतह वर्जित माना जाता है, लेकिन कुछ विशिष्ट दवाओं में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। अफ्यूम तांत्रिक तंत्र को शक्ति देता है, और मस्तिष्क से लिंग तक जाने वाली संवेदनाओं को धीमा कर देता है। और इस प्रकार संभोग का समय बढ़ जाता है।

फायदे

कामिनी विद्रावन रस के फायदे

कामिनी विद्रावन रस एक कामोतेजक औषधि है। ये पुरुषों में सैक्स करने की इच्छा को बढ़ती है। इसके अतिरिक्त ये शीघ्रपतन में काफी उपयोगी मानी गई है। जैसा कि ऊपर बताया गया है, कि इसमे डाला  गया पदार्थ अफ्यूम नसों को सुन्न कर देता है, और लिंग और मस्तिष्क के बीच सवंदनाओं का संचरण सुस्त हो जाता है। यही कारण है कि वीर्य देर से निकलता है, और जिन लोगों को शीघ्रपतन की समस्या होती है उसमे उनको काफी सहायता मिलती है।

इसके अलावा कामिनी विद्रावन रस शारीरिक दुर्बलता दूर करने में, नींद न आने में, और अवसाद को दूर करने में भी उपयोगी माना गया है।

गोली वाजिद अली शाह के फायदे

कामिनी विद्रावन रस के समान ही गोली वाजीद अली शाह भी एक कामेच्छा बढ़ाने वाली यूनानी औषधि है। अगर इस औषधि के संघटन पर नज़र डालें तो लगता है, की ये दवा कामिनी विद्रावन रस की तुलना में अधिक प्रभावशाली होगी। क्योंकि इसमे अफ्यूम के साथ साथ धतूरा का भी प्रयोग किया गया है। ज्ञातव्य हो कि धतूरा भी एक शक्तिशाली मादक द्रव्य है, जो तांत्रिक तंत्र को प्रभावित करता है। और अस्थायी रूप से तंत्रिकाओं को शक्ति प्रदान करता है। शीघ्रपतन में ये दोनों ही द्रव्य चाहे वो अफ्यूम हो या फिर धतूरा दोनों का ही महत्व आयुर्वेद और यूनानी साहित्य में बताया गया है।

  • शीघ्रपतन में उपयोगी माना जाता है।
  • कामेच्छा बढ़ाने में उपयोगी माना जाता है।
  • वीर्य के अचानक निकल जाने को रोकता है।
  • शारीरिक दुर्बलता दूर करने में उपयोगी माना जाता है।
  • अवसाद दूर करता है
  • अनिद्रा में उपयोगी पाया गया है।

इस्तेमाल करने का तरीका

कामिनी विद्रावन रस हो या गोली वाजिद अली शाह दोनों ही दवाएं, ऐसी देसी दवाएं नहीं हैं, जिनको आप कितना भी मर्ज़ी चाहे लेते रह सकते हैं। दोनों ही दवाएं आप एक निश्चित अवधि से ज्यादा नहीं ले सकते हैं। अन्यथा आपको इसके दुष्परिणाम भी मिल सकते हैं।

अगर खाने के तरीके की बात की जाए, तो गोली वाजिद अली शाह, आपको रात को खाना खाने के बाद लेनी होती है। ध्यान रहे, आपको तला भुना, और भारी खाने का परहेज रखना होता है।

अब सवाल ये आता है, कि क्या गैर शादी शुदा लोग भी गोली वाजिद अली शाह प्रयोग कर सकते हैं। चूंकि गोली वाजिद अली शाह संभोग शक्ति बढ़ाने और शीघ्रपतन दूर करने के लिए प्रयोग होता है, तो जिनकी शादी नहीं हुई, उनको इस दवा का प्रयोग नहीं करना चाहिए।

कामिनी विद्रावन रस का प्रयोग भी गोली वाजिद अली शाह के समान ही होता है।

दोनों ही दवाएं लगातार लंबे समय तक नहीं ली जानी चाहियें। 3 महीने से अधिक समय तक इन दवाओं को लेना स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक साबित हो सकता है।

 

 

 

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