Friday, April 18, 2025

Latest Posts

कैस्टर के तेल की लिंग पर मालिश के फायदे – क्या ये एक लिंग वर्धक तेल है

कैस्टर या अरंडी के बीज का तेल व्यापक पैमाने पर दवाओं, सौन्दर्य प्रसाधनों आदि में प्रयोग कीय जाता है। कैस्टर ऑइल का इस्तेमाल मुख्यतया कब्ज़ को तोड़ने के लिए लैक्सटिव के तौर पर किया जाता है।

कैस्टर ऑइल को एक शक्तिशाली दस्तावर (लैक्सटिव) माना गया है, और ये आंतों की गति को बढ़ा देता है, जिसके कारण आंतों में रुके हुए मल को बाहर निकलने में मदद मिलती है। लेकिन ध्यान रहे कि कैस्टर ऑइल का किसी खाने कि दवा के तौर पर इस्तेमाल डॉक्टर कि सलाह से ही करें।

आपको पता होना चाहिय, कि कैस्टर के तेल का इस्तेमाल इसको बिना गर्म किये नहीं करना चाहिय। कैस्टर के तेल में एक विषैला पदार्थ होता है, जिसको ricin कहा जाता है, ये पदार्थ कैस्टर के तेल को गर्म करने पर समाप्त हो जाता है।

कैस्टर ऑइल में पाए जाने वाले रसायन

सबसे पहले कैस्टर के तेल में क्या क्या फाइटो compounds होते हैं, जिसके कारण ये मानव शरीर में होने वाली रासायनिक क्रियाओं को प्रभावित कर सकता है, इस बारे में थोड़ा जान लेते हैं।

castor oil में मुख्य रूप से पाया जाने वाला fatty ऐसिड ricinileic ऐसिड होता है, जो कई तरह से हमारे लिए लाभकारी होता है। इसके अलावा इसमे oleic acid, palmatic acid, Linoleic acid आदि दूसरे कार्बोनिक अणु पाए जाए हैं।

कैस्टर ऑइल की लिंग पर मालिश करने के फायदे

अरंडी का तेल त्वचा के लिए काफी लाभकारी होता है, और इसकी त्वचा पर मालिश करने से त्वचा में रक्त प्रवाह बढ़ता है, और जिस अंग पर कैस्टर ऑइल की मालिश की जाती है, उस अंग का उपापचय बढ़ जाता है।

कैस्टर ऑइल लिंग में रक्त प्रवाह बढ़ा देता है

जब कैस्टर ऑइल की लिंग पर मालिश की जाती है, तो लिंग के ऊपरी सतह पर फैली बारीक धमनियाँ और शिराएं प्रभावी रूप से रक्त को लिंग की अंदरूनी रक्त वाहीनयों में ले जाती हैं, ये वही रक्त नलिकाएं होती हैं, जो लिंग में कठोरता के लिए उत्तरदाई होती हैं। मैं आपको बताती हूँ कैसे।

लिंग के अंदर दो बड़ी थैलियों के समान रचनाएं होती हैं, जिनको corpora cavernosa कहा जाता है। ये थालियाँ असल में बारीक बारीक नसों के गुच्छों से बनी होती हैं। जिनमे सामान्य अवस्था में रक्त काफी कम मात्रा में रहता है, और लिंग ढीला और छोटा रहता है। लिंग में उत्तेजना के समय लिंग में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है, और इन थैलियों कि नसों में रक्त भरने लगता है। जैसे जैसे इन थैलियों में रक्त भरता है, लिंग आकार में बड़ा होता जाता है, और ये ऊपर की तरफ उठता चला जाता है। जिस कारण उत्तेजना की अवस्था को लिंग का खड़ा होना कहते हैं।

अरंडी के तेल मे उपस्थित रसायन risinilec acid एक शक्तिशाली एंटी inflammatory तत्व होता है, और इसकी लिंग पर मालिश करने से लिंग में रक्त प्रवाह बढ़ता है, लिंग की नसों को शक्ति मिलती है, और लिंग की त्वचा नम होती है।

नियमित रूप से कैस्टर ऑइल से पेनिस मसाज करने से लिंग में उत्तेजना के समय तनाव बढ़ता है, और संभोग करते समय आनंद भी अधिक आता है।

कैस्टर ऑइल की लिंग पर मालिश करने से संभोग के समय लिंग आकार में बढ़ा हुआ दिखाई देता है, और इसकी लंबाई और मोटाई संभोग के समय बढ़ी हुई लगती है।

कैस्टर ऑइल लिंग का कालापन दूर करता है

कैस्टर ऑइल की लिंग पर मालिश करने से लिंग की त्वचा hydrated होती है, और लिंग का रंग भी निखरता है, और जब लिंग खड़ा होता है, तो चिकना और सुंदर दिखाई देता है। कैस्टर ऑइल से लिंग का कालापन भी दूर होता है।

कैस्टर ऑइल से लिंग पर मालिश करने का सही तरीका

सबसे पहले तो कैस्टर ऑइल को अच्छी तरह गर्म कर लें, और इसको ठंडा होने के लिए रख दें। जब इसका तापमान लिंग के लिए अनुकूल हो जाए। तो इसकी 10 – 15 बुँदे लिंग पर फैला लें, और मुठ्ठी बनाकर पीछे से आगे की तरफ लिंग की मालिश करें। लगभग 10 मिनट रोज़ आप कैस्टर ऑइल से लिंग की मालिश कर सकते हैं।

क्या कैस्टर ऑइल लिंग की लंबाई बढ़ाता है।

कैस्टर ऑइल के प्रयोग से लिंग में तनाव की कमी को थोड़ा बहोत कम किया जा सकता है। लेकिन ये लिंग की लंबाई को नहीं बढ़ाता है।

Latest Posts

Don't Miss