Vita Ex Gold Capsule
Vita Ex Gold Capsule आयुर्वेदिक औषधियों व अन्य स्वास्थ्यवर्धक पदार्थों के निर्माण के लिए प्रसिद्ध ब्रांड Baidyanath के द्वारा तैयार किया गया है जिसका उद्देश्य पुरुषों की विभिन्न यौन समस्याओं का निदान करके उनके जीवन को सुखमय बनाना है क्योंकि आजकल इस प्रकार के दोष जीवन में निराशा और तनाव का मुख्य कारण होते है। यह यौनवर्धक दवा कई जनन क्षमता बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों जैसे अश्वगंधा (Ashwagandha), ब्राह्मी (Brahmi), शिलाजीत (Shilajeet), सफ़ेद मूसली (Safed Musli) आदि और कुछ प्रमुख खनिज तत्वों जैसे आयरन (Iron), पॉलीफेनॉल (polyphenol) मैंगनीज़ (Mangnese), फाइबर (Fibre) इत्यादि के समावेश से बनायी गयी है। इस औषधि में सम्मिलित तत्व जननांग विकारों को दूर करने के साथ-साथ कई तंत्रिका तंत्र सम्बंधित समस्याओं को भी खत्म करने में भी कारगर है जैसे मानसिक तनाव (Stress), भूलने की बीमारी (Forgetfulness), अनिद्रा (Insomnia), चिंता (Worries), स्वाभाव में चिड़चिड़ापन (irritation and frustration) इत्यादि ।
प्रयुक्त सामग्री (Ingredients used in Vita ex gold capsule)
- शुद्ध शिलाजीत (Mumijo)– कामेच्छा और रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है और शारीरिक कमज़ोरी व थकान दूर करता है।
- अश्वगंधा (Withania somnifera)– ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स और ऐंटी-बैक्टीरियल एजेंट के रूप में कार्य करता है शुक्राणुओं की संख्या व गुणवत्ता को बढ़ाकर नपुंसकता (impotency) को दूर करता है शारीरिक और मानसिक संतुलन बनाए रखता है तथा यौन क्षमता को बढ़ाता है।
- अकरकरा (Anacyclus pyrethrum)– स्तंभन दोष को दूर करता है कामेच्छा में वृद्धि करता है सीमन की गुणवत्ता बढ़ाता है और टेस्टोस्टेरोन के निर्माण में सहायक होता है।
- सफेद मुसली (Chlorophytum borivilianum)– यौन इच्छा व प्रदर्शन में वृद्धि करता है शिश्न को दृढ़ता देने वाले तत्व के रूप में कार्य करता है।
- स्वर्ण भस्म (gold bhasma)– कामेच्छा बढ़ाता है और मांसपेशियों को आराम देता है।
- मकरध्वज (Makardhwaj )– यह शुक्राणु (sperm) के निर्माण को बढ़ाकर नपुंसकता को दूर करता है तथा वात, कफ व पित्त दोष में सुधार लाता है साथ ही मानसिक तनाव कम करके कामेच्छा बढ़ाता है।
- ब्राह्मी(Bacopa monnieri)-शुक्राणु निर्माण को उत्तेजित करता है तथा उनकी गुणवत्ता को सुधारता है यौन इच्छा को बढ़ाता है। शिश्न उत्तकों को मज़बूती प्रदान करता है, साथ ही कई अन्य यौन दोषों के निदान के लिए औषधि निर्माण में प्रयोग किया जाता है।
- बंग भस्म (bang bhasma or stannum)– शिश्न रक्त वाहिकाओं में रक्त प्रवाह तेज़ करता है जिससे शीघ्र पतन की समस्या दूर होती है और यौन प्रदर्शन सुधारता है।
- अभ्रक भस्म(abhrak bhasma or Calcined Biotite)– सीमन की गुणवत्ता में वृद्धि करता है नपुंसकता को दूर करता है और पुरुषों में विभिन्न प्रकार के प्रजनन विकारों को ठीक करने में सहायक तत्व के रूप में कार्य करता है।
- जायफल (Myristica fragrans)– शारीरिक और मानसिक रूप से सुखदायक प्रभाव देकर कामेच्छा को बढ़ाता है और यौन कमज़ोरी दूर करता है।
- लौंग (lavang or Syzygium aromaticum)– शीघ्र पतन को दूर करने में सहायक है साथ ही कई प्रकार के यौन विकारों के उपचार में प्रयोग किया जाता है।
- केसर (saffron or Crocus sativus)-लिंग को दृढ़ता प्रदान करता है और कामेच्छा व काम संतुष्टि का अनुभव देता है।
- कौंच बीज (Cowhage or Mucuna pruriens)
- शुद्ध कुचला (Strychnos nux-vomica)
- दालचीनी (Cinnamomum verum)
- शतावरी (Asparagus racemosu)
लाभ (benefits of Vita Ex gold Capsule)
- शीघ्रपतन (Erectile Dysfunction) की समस्या को दूर करके यौन प्रदर्शन की समयावधि बढ़ाता है।
- शुक्राणुहीनता (oligospermia) को दूर करता है तथा प्रजनन अंगों में उत्तेजना को बनाए रखता है।
- नपुंसकता (impotency) को दूर करता है तथा पुरुष सेक्स हॉर्मोन (Testosterone) के संतुलन को बनाए रखता है जिससे कामेच्छा में वृद्धि होती है।
- रोग प्रतिरोधक (Immunity) क्षमता को मज़बूत करता है और भिन्न प्रकार के रोगों से लड़ने के लिए WBCs (white blood cells) के निर्माण में मदद करता है।
- रक्ताल्पता को दूर करता है तथा पाचन शक्ति बढ़ाकर पाचन सम्बन्धी विकारों (कब्ज़ अपच एसिडिटी आदि) से बचाव करता है।
- त्वचा सम्बन्धी विकारों को दूर करता है आदि।
दुष्प्रभाव (side effects)
यह औषधी प्राकर्तिक तत्वों के सम्मिश्रण से बनाई गयी है किन्तु कुछ व्यक्तियों में इसके सेवन से निम्नलिखित दुष्परिणाम देखने को मिलते हैं-
- ह्रदय गति तेज़ होना
- शरीर मांसपेशियों की असामान्य गतिविधियां
- त्वचा के रंग का प्रभावित होना (discoloration)
- बेहोशी (unconciousness)
- उल्टी, मतली, या दस्त इत्यादि
- निम्न रक्तदाब (hypotension)
खुराक (Dosage)
एक कैप्सूल दिन में दो बार खाने के बाद गरम दूघ से लेने की सलाह दी जाती है। अत्यधिक अनुभूत व्यक्तियों या पहले से व्याप्त कोई गंम्भीर समस्या जैसे ह्रदय रोग, डायबिटीज, गुर्दे के रोगों से ग्रसित लोगों को डॉक्टर के परामर्शानुसार इसका सेवन करना चाहिए अन्यथा गंभीर दुष्प्रभाव सामने आ सकते हैं।