
उत्तेजना के समय लिंग आकार में कितना बढ़ जाता है, और क्या ये गर्भधारण की संभावना को बढ़ा सकता है, या फिर ये सिर्फ एक मिथक है। ये एक ऐसा टॉपिक है जो हमेशा से क्यूरियोसिटी और मिथकों से घिरा हुआ है। बहुत लोग मानते हैं कि लंबाई मायने रखती है है, जबकि कुछ लोग इसे बस एक बेकार की बात समझते हैं। लेकिन सच क्या है?
विज्ञान कहता है कि स्पर्म हेल्थ, संभोग कितने दिनों मे करना है, और लाइफस्टाइल फैक्टर्स, फर्टिलिटी के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार होते हैं, और लिंग साइज़ का इसमें कोई डायरेक्ट रोल नहीं होता। वहीं, आयुर्वेद और योग वीर्य संरक्षण की बात करते हैं, और अगर आप वीर्य कम गिराते हैं, तो साइज़ चाहे छोटा ही क्यों न हो, आप बाप बन सकते हैं।
इस आर्टिकल में हम मॉडर्न और पारंपरिक दोनों मतों के बारे में बात करेंगे और कॉमन सवालों का जवाब देंगे। जैसे कि पेनिस साइज़, स्पर्म हेल्थ, मास्टरबेशन, और डाइट का फर्टिलिटी पर क्या असर होता है।
चलिए क्या है सच और क्या है सिर्फ गलतफहमियाँ जानते हैं इस लेख में।
एक हेल्दी ऐडल्ट का पेनिस साइज़ कितना होता है?

रिसर्च के मुताबिक, एक हेल्दी ऐडल्ट का एवरेज इरेक्ट पेनिस साइज़ 5–5.5 इंच होता है, और फ्लैसिड शिथिल अवस्था में यह 3–4 इंच के बीच होता है। विश्व के अलग अलग हिस्सों में नस्लों के आधार पर साइज़ अलग अलग पाया गया है।
95% मर्दों का पेनिस साइज़ 4–6.5 इंच के रेंज में होता है।
साइज़ किस उम्र तक बढ़ता है?
पेनाइल ग्रोथ प्यूबर्टी के टाइम होती है, जो लगभग 11–18 साल की एज के बीच चलती है। इस ग्रोथ को टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन कंट्रोल करता है जो प्यूबर्टी में पीक करता है। 18–19 साल तक पेनिस अपने फाइनल साइज़ तक पहुंच जाता है, और उसके बाद इसकी ग्रोथ रुक जाती है।
बहुत सारे प्रोडक्ट्स जैसे एनलार्जमेंट पिल्स या पंप्स क्लेम करते हैं कि वे ऐडल्ट एज में साइज़ बढ़ा सकते हैं, लेकिन ये कितने प्रभावशाली हैं, इसपर अभी भी शोध चल रहे हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर कई सारे लोग इस बात को कहते हैं, कि इनकी वैक्यूम पम्प , या ट्रैक्शन डिवाइसेस का इस्तेमाल करने से फायदा मिल है, लेकिन इसको documented नहीं किया गया है।
सोशल मीडिया यूज़र ने मज़ाक में लिखा था: “लूज़ 10 पाउंड्स एंड गेन एन इंच—इट्स ऑल ऑप्टिकल इल्यूज़न!” मतलब अगर आप वेट लूज़ करते हैं, तो विजिबल लेंथ बढ़ती लगती है क्योंकि फैट कम हो जाता है। ये सच है कि मोटापा घटने पर लिंग का साइज़ तुलनात्मक रूप से बड़ा दिखाई देने लगता है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि लिंग लंबा हो गया। बल्कि ये ऐसा ही है जैसे किसी छोटे आदमी के सामने और ज्यादा छोटा आदमी खड़ा हो जाए, तो छोटा आदमी अपने आप लंबा लगने लगता है।
बच्चा होने के लिए पुरुष अंग, योनी में कितनी अंदर तक जाना चाहिए?

क्या जितना गहराई तक लिंग वीर्य छोडेगा उतना ही बच्चा ……?
गर्भधारण की संभावना शुक्राणु की गुणवत्ता, संख्या और गतिशीलता पर निर्भर करती है. ये वीर्य के योनि में गहराई तक पहुंचने से इसका कोई खास संबंध नहीं माना जा सकता। स्पर्म यानि शुक्राणु स्वस्थ और टेरने में निपुण होंगे तो वो अगर योनि के मुंह पर भी वीर्य लग जाए तब भी आसानी से तैरकर गर्भ तक जा सकते हैं। संभोग के दौरान शुक्राणु 2-5 मिनट में गर्भाशय ग्रीवा तक पहुंच जाते हैं, भले ही अधिकांश वीर्य बाहर निकल जाए।
हालांकि बहोत सारे एक्स्पर्ट्स अपनी अपनी practices में patients को suggest करते हैं, कि अगर स्पर्म्स कमज़ोर हैं, और उनमे गतिशीलता की कमी है, तो वो गतिशीलता बढ़ाने के उपचार के साथ साथ उनको कुछ टिप्स देते हैं, जैसे कि स्खलन के बाद वीर्य को योनि से बाहर गिरने से रोकना, और महिला की टाँगे ऊपर कर देना, ताकि वीर्य बहकर सर्विक्स तक पहुँच जाए। ऐसा करने से कम गतिशील शुक्राणुओं को फीमैल अंडाणु तक जाने में मदद मिलती है।
क्या चरम की प्राप्ति महिला को प्रेग्नेंट करने में मददगार होती है।

आधुनिक विज्ञान के मुताबिक, ऑर्गेज़्म प्रेग्नेंसी के लिए ज़रूरी नहीं है। डॉक्टर बताते हैं: “स्पर्म अंडे तक बिना ऑर्गेज़्म के भी पहुँच सकते हैं।” मगर, कुछ स्टडीज़ कहती हैं कि ऑर्गेज़्म के दौरान यूटरस (गर्भाशय) की हल्की सिकुड़न स्पर्म को अंदर धकेलने में मदद कर सकती है। पर यह सिर्फ एक छोटी सी मदद है, गारंटी नहीं।
लेकिन हम पारंपरिक मतों को भी अनदेखा नहीं कर सकते हैं। दोनों पार्टनर को मज़ा आना चाहिए, तभी बच्चा होगा।” ग्रीस के हिप्पोक्रेट्स जैसे वैद्य मानते थे कि ऑर्गेज़्म से “मर्द और औरत का बीज मिलता है।” कुछ संस्कृतियों में आज भी यह विश्वास है कि औरत का सुख बच्चे की सेहत से जुड़ा है।
लोगों ने इस बारे में क्या कहा कि क्या सच में लड़की का पानी निकलने पर या लड़की के झड़ने से प्रेग्नन्सी होने पर फर्क पड़ता है।
मैंने सोशल मीडिया पर रिसर्च की और वहाँ से कुछ लोगों के निजी अनुभव मैं यहाँ शेयर कर रही हूँ।
- रीना (माँ, 28 साल)– “मेरी प्रेग्नेंसी ऑर्गेज़्म के बिना हुई। डॉक्टर ने कहा, यह ज़रूरी नहीं।”
- सोनम (यूट्यूबर)– “मैंने पेल्विक एक्सरसाइज़ की, जिससे ऑर्गेज़्म आसान हुए। शायद इससे मदद मिली।”
- अली (पिता, 30 साल)– “हमने कभी इस बारे में नहीं सोचा। बच्चा तो हो गया”
क्या 2-इंच का पेनिस प्रेग्नेंसी में रुकावट बन सकता है?

बहुत छोटे लिंग वाले पुरुष कहीं न कहीं पानी पत्नी को बच्चा देने के सुख से वंचित कर सकते हैं। जानिए कैसे ?
वैसे इसका कोई सीधा संबंध नहीं है गर्भधारण से। अगर किसी पुरुष का लिंग उत्तेजना के समय पूर्ण उत्थान होने पर 2 इंच के आस पास रहता है, तो इसको माइक्रो पीनिस माना जाता है। हालांकि माइक्रोपीनिस वाले पुरुष स्पर्म्स को योनि में पहुंचा सकते हैं, और अगर स्पर्म्स हेल्थी हैं तो गर्भधारण भी संभव है। लेकिन ये भी सच है कि इतने छोटे लिंग वाले पुरुहसों को एक बीमारी हो सकती है जिसको हाइपोगोनाडोट्रॉपिक हाइपोगोनैडिज्म कहा जाता है, और ये बीमारी गर्भधारण में बाधा डाल सकती है।
क्या लिंग का ढीलापन या इरेक्शन की क्वालिटी बच्चे पैदा करने में बाधा बन सकते हैं।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ED) इनडायरेक्टली फर्टिलिटी को अफेक्ट कर सकता है क्योंकि इंटरकोर्स मुश्किल या इम्पॉसिबल बन जाता है। ED होने के कॉमन रीज़न्स स्ट्रेस, हॉर्मोनल इम्बैलेंस, या अंडरलाइंग कंडीशन्स जैसे डायबिटीज या हार्ट डिजीज होते हैं।रिसर्च कहती है कि ED वाले मर्दों का स्पर्म मोटिलिटी और काउंट कभी-कभी रिड्यूस हो जाता है क्योंकि अंडरलाइंग हेल्थ इश्यूज़ स्पर्म प्रोडक्शन को अफेक्ट करते हैं।
क्या वीर्य बाहर निकलने से भी प्रेग्नेंसी हो सकती है?

हां, प्रेग्नेंसी तब भी पॉसिबल हो सकती है अगर सेमेन डायरेक्टली वजाइना में डिपॉज़िट न हो। इसकी कुछ बड़ी वजह हैं। जैसे कि मैं पहले ही बता चुकी हूँ, कि गर्भ ठहरने में सबसे महत्वपूर्ण केवल दो ही बाते हैं, जो पुरुषों को बाप बनने योग्य बनाती हैं।
- पहला उनके स्पर्म्स का स्वस्थ होना, पर्याप्त मात्रा में होना,
- और दूसरा लिंग का योनि के अंदर जा पाना।
अब सवाल ये आ जाता है, कि वीर्य अगर बाहर ही गिर जाए या वीर्य निकलने से तुरंत पहले लिंग बाहर निकाल कर वीर्य औरत के शरीर के बाहर निकाल देने से भी क्या प्रेग्नन्सी हो सकती है।
दोनों ही स्थतियों में गर्भ संभव है। ध्यान रखें कि वीर्य निकलने से पहले पुरुष योनि में लगातार precum रिलीज करता रहता है। ये पानी जैसा पदार्थ कभी कभी अपने अंदर शुक्राणु भी लिए हुए होता है, जो कि गर्भ का कारण बन सकते हैं।
दूसरे अगर आप लिंग को योनि में डालते ही नहीं हो, लेकिन वीर्य को योनि के ऊपर गिर देते हो। तो भी स्वस्थ स्पर्म्स तैरकर योनि के अंदर जा सकते हैं।
क्या ज़्यादा मास्टरबेशन या सेक्स से अत्यधिक वीर्य बहाने पर प्रेग्नेंसी के चांसेज कम हो जाते हैं?

ज़्यादा मास्टरबेशन इनफर्टिलिटी कॉज़ नहीं करती, लेकिन अगर इजैक्युलेशन फ्रीक्वेंसी बहुत हाई हो तो टेंपरेरी स्पर्म काउंट रिड्यूस हो सकता है। टेस्टिकल्स हर दिन मिलियन्स ऑफ स्पर्म प्रोड्यूस करते हैं। 2–3 दिन सेक्स या हस्तमैथुन से दूर रहने से स्पर्म काउंट और मोटिलिटी बढ़ती हैं। तो ये साफ है कि ऐसा नहीं है, कि हस्तमैथुन ज़्यादा करने या ज़्यादा संभोग करने से हमेशा के लिए ही स्पर्म काउन्ट कम हो जाएगा, या स्पर्म्स का स्वास्थ्य खराब हो जाएगा।
प्रेग्नेंसी के लिए पेनिस साइज़ नहीं, स्पर्म क्वालिटी और टाइमिंग मैटर करती है। चाहे आयुर्वेद हो या साइंस, दोनों कहते हैं कि स्ट्रेस-फ्री लाइफस्टाइल, हेल्दी डाइट, और रेगुलर चेकअप्स ज़रूरी हैं। तो अगली बार कोई साइज़ की बात करे, उन्हें यह आर्टिकल फॉरवर्ड करें—मिथ बस्टेड!