लिंग अर्थात वो जादुई अंग जो सैक्स क्रिया में रोमांच भरता है। अगर योनि संभोग क्रिया में ओवेन का कार्य करती है, तो लिंग उसमे अंदर जाने वाले चिकन की तरह होता है।

लिंग को यहाँ पर जादुई अंग इसलिए कहा गया है, क्योंकि केवल एकमात्र यही अंग है, जो अपने आकार को 8 से 9 गुना तक बदल सकता है।
नॉर्मली आधा से 3 इंच तक ढीला ढाला ये अंग उत्तेजित होकर 5 से 9 इंच तक आकार में बढ़ जाता है। और लोहे की रॉड की तरह हार्ड और गर्म होकर फुदकने लगता है। इसीलिए इसलों अंग्रेजी में pulsating ऑर्गन कहा जाता है, जो सख्त होकर ऐसे हिलता है, जैसे इसमे दिल की धड़कन चल रही हो।

इसकी टोपी फूलकर मोटी, चिकनी और लाल हो जाती है, और ये ऊपर की तरफ उठ जाता है।
इसीलिए लड़कियां पीनिस को लेकर काफी रोमांचित रहती हैं, और अपने ख्यालों में इसके बारे में सोचती हैं। यही नहीं अगर कोई लड़की किसी लड़के के साथ रीलैशन्शिप में है, तो भले ही उसने सैक्स न किया हो, लेकिन वो अपने boyfriend के लिंग को देखना चाहती है, और उससे खड़े लिंग के फोटो भेजने का demand भी कर सकती है।
लिंग के नीच लटके दो टमाटर जैसे अंडकोश इसकी सुंदरता में और भी चार चंद लगा देते हैं, और लड़कियां सैक्स के समय अंडकोशों को सहलाना भी पसंद करती हैं।
यहाँ पर हम बात करेंगे कि लड़कियों को लिंग को क्यों मुंह में लेकर चूसना चाहिए और क्यों अपनी जीभ और होंटो से इसको प्यार करना चाहिए।

लड़कियां लिंग को चूसना तो चाहती हैं, लेकिन वो ऐसा करने से कई वजह से कतराती हैं जैसे कि
कहीं लिंग को मुंह मे लेने से उनको कोई बीमारी न हो जाए
कभी कभी लिंग के पानी का नमकीन होना कुहक लड़कियों को रास नहीं आता है
कुछ लड़कों के लिंग के पानी से अच्छी गंध न आना
और कुछ लड़कियां तो यहाँ तक डरती हैं, कि लिंग का पानी उनके मुंह के जरिए पेट में जाने से वो गर्भवती न हो जाएं। जो कि बिल्कुल गलत है। और ऐसा असंभव है
लिंग को चूसने से पहले लड़के का स्वस्थ होना और लिंग के पानी से खराब गंध न आना जरूरी है।
अगर लड़के को कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या है, तो बिल्कुल लड़की को उसका लिंग नहीं चूसना चाहिए।
लेकिन अगर लड़का पूरी तरह से हेल्थी है, तो उसका लिंग पीने में या चाटने में लड़की को कोई खतरा नहीं है, बल्कि ऐसा करने से न केवल दोनों के बीच का प्यार बढ़ेगा, बल्कि इससे लड़की को मानसिक रूप से कई फायदे मिलने वाले हैं
लिंग चूसने से महिलाओं में अवसाद दूर होता है
जब लड़की लिंग चाटती है, तो लिंग के पानी से आने वाली खुशबू उसके मस्तिष्क के उन भागों को सक्रिय करती है, जो शरीर में जोश भर देने वाले हॉर्मोन के निकलने को उत्तेजित करते हैं, और तनाव और अवसाद जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
लिंग पीने से प्रजनन क्षमता बढ़ती है
जब कोई महिला लिंग पीती है, तो ऐसा माना जाता है, कि एस्ट्रजन हॉर्मोन बेहतर तरीके से स्रावित होता है, और महिलाओं में हॉर्मोन्स के इम्बैलन्स के कारण गर्भधारण न कर पाने के समस्या में फायदा मिलता है।
लिंग चूसने से महिलाओं में सैक्स की इच्छा बढ़ती है।
जो महिलायें सैक्स को लेकर अरूचि रखने लगती हैं, या अचानक से उनका सैक्स को लेकर मन कम करने लगता है। लिंग चूसने से उनकी कामेच्छा बढ़ती है। वीर्य में उपस्थित पोशक तत्व महिला की लार में मिलकर तंत्रिका तंत्र में मिल जाते हैं, और महिलाओं के सैक्स हॉर्मोन्स को बेहतर करते हैं। और इस तरह उनमें कामेच्छा बढ़ाने में सहायक होते हैं।
लिंग चूसने से भावनात्मक रिश्ता मजबूत होता है
जब प्रेमिका लिंग चूसते हुए प्रेमी की आँखों में देखती है, तो प्रेमी को उसपर बहोत प्यार आता है, और उसके मन में प्रेमिका के प्रति प्यार और अधिक बढ़ जाता है।
लिंग चूसने से फटे होंटो कि समस्या दूर हो जाति है
आपको जानकर हैरानी हो। लेकिन मैं आपको बता देना चाहती हूँ, कि वीर्य में पोषण का अपार भंडार होता है, और हो भी क्यों न। मानव शरीर के जिस द्रव्य से नए जीवन की शुरुवात होती है, निसन्देह वो द्रव्य शरीर के सबसे शक्तिशाली द्रव्य का इस्तेमाल करके बनता है। जब लड़की लिंग चुसती हुई होती है, तो थोड़ा थोड़ा वीर्य निकलता रहता है और उसके होंटो पर लगता रहता है। वीर्य त्वचा के लिए इतना फायदेमंद है, कि कोई आम इंसान सोच भी नहीं सकता। वीर्य त्वचा और होंटो का रूखापन दूर करता है, झुर्रियां दूर करता है, और त्वचा को जवान बनाए रखता है।