स्क्वर्टिंग क्या होती है?
अक्सर लड़के हमारे पोर्टल पर सवाल पूछते हैं, और कुछ लड़कियों ने भी पूछा है। कि जब वो संभोग कर रहे होते हैं, तो अचानक ही लड़की की योनि से, एक साथ बहोत सारा पानी निकल जाता है, और ये पानी, लड़कों के वीर्य कि तुलना में 10 गुना तक हो सकता है। ये पानी चिपचिपा नहीं होता है, और बिल्कुल पानी जैसा होता है।
आपके सवालों को हम गंभीरता से लेते हैं।
कुछ लड़कों ने ईमेल किया, कि जब वो अपनी साथी की योनि को चाट रहे थे, तो अचानक ही योनि से पानी की धार निकल कर, उनके मुह पर आ गिरी। और वो ये नहीं समझ पाए, कि क्या ये लड़की का वीर्य था, या कुछ और।
कुछ लड़कियों ने मुझे ईमेल किया और कहा, कि जब वो हस्तमैथुन करती हैं, तो उनकी योनि से पानी की धार निकल गई, और घबरा गईं, कि ये क्या हो गया। क्या ऐसा होना किसी बीमारी का संकेत तो नहीं है।
योनि से एक झटके के साथ, पानी की धार निकल जाना क्या होता। क्या ये सभी लड़कियों में होता है, या केवल कुछ लड़कियों मे होता है। और क्या ऐसा होना, किसी अब्नोर्मेलिटी की तरफ संकेत करता है, या फिर किसी मेडिकल कन्डिशन की तरफ इशारा करता है। क्या ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, क्या ऐसा होते समय लड़कियों को मज़ा आता है। और वास्तव में, ये पानी आखिर होता क्या है? क्या ये लड़कियों का वीर्य होता है, या फिर कुछ और। इन सभी सवालों के जवाब आज हम आपको देने वाले हैं। तो कहीं मत जाइएगा, और विडिओ को एंड तक ज़रूर देखिएगा।
ये जानकारी पूरी तरह वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित है, और इसमे किसी भी तरह की भ्रामक जानकारी नहीं है। फिर भी अगर आपको किसी तरह का संशय उत्पन्न हो, तो आप कमेन्ट करके हमसे पूछ सकते हैं।
क्या होता है सैक्स के समय या हसस्तमैथुन के समय योनि से पानी कि तेज़ धार का निकलना
ये सच है, कि कुछ लड़कियों के साथ सैक्स, या हस्तहमैथुन करते समय ऐसा हो जाता है। और उत्तेजना कि अधिकता में, उनकी योनि से पानी की धार छूट जाती है।
इसको स्क्वर्टइंग बोल जाता है।
दोस्तों, ऐसा होने को, स्क्वर्टइंग बोला जाता है, और संसार में, केवल आटे में नमक के बराबर ही, कुछ मुठ्ठी भर लड़कियों में ऐसा होता है।
स्क्वर्टइंग में निकलने वाला द्रव्य क्या होता है। क्या ये लड़की का वीर्य होता है?
दोस्तों स्क्वर्टइंग, किसी तरह का वेजाइनल फ्लड नहीं होता है। न तो ये सफेद पानी होता है, और न ही ये लड़कियों का वीर्य होता है। वास्तव में, ये यूरिथ्रा, या मूत्रमार्ग से निकली पेशाब कि तेज़ धार होती है, जो अत्यधिक उत्तेजना होने पर कुछ लड़कियों के मूत्रमार्ग से, अचानक ही निकल पड़ती है, और इसपर उनका कोई नियंत्रण नहीं होता।
स्क्वर्टइंग योनि के किस छेद से होती है?
ये योनि के बीच में उपस्थित छेद के ज़रिए निकलता है। और वास्तविक सैक्स के रास्ते, और क्लिटोरिस से ये पानी नहीं निकलता।
क्या स्क्वर्टइंग कोई बीमारी है?
हम उन लड़कियों से कहना चाहेंगे , जिनके साथ ऐसा होता है, कि वो बिल्कुल घबराएं नहीं। क्योंकि ये एक नैच्रल प्रक्रिया है। बल्कि ये उन लकड़ियों के लिए एक प्लस फैक्टर है, जिसको कई सारे लड़के, काफी पसंद करते हैं।
और हम उन लड़कों को कहना चाहेंगे, जिनकी सैक्स पार्टनर की वैजाइना से तेज़ धार के साथ ये पानी निकलता है, उनको इसको इन्जॉय करना चाहिए।
हाँ। चूंकि ये निकला हुआ पानी , असल में पेशाब होता है, तो इसको चेहरे पर गिरने से बचाएं रखें तो ज़्यादा अच्छा है।
स्क्वर्टइंग और लकड़ी के वीर्य में क्या अंतर होता है?
तो दोस्तों, स्क्वर्टिंग, और लड़की का वीर्य, दो अलग अलग चीज़ें होती हैं। लड़की का वीर्य गाढ़ा, हल्का सा सफेद, या बिल्कुल पारदर्शी पानी होता है। और ये वीर्य योनि में उपस्थित सैक्स ग्रंथियों से निकलता है। ये उस समय निकलता है। जब लड़की को ऑर्गैज़म होता है, या आम भाषा में कहें, तो जब लड़की झड़ती है। और लड़की का वीर्य, धार के रूप में बाहर नहीं आता है। बल्कि ये केवल, योनि से बेहता हुआ, योनि के आसपास ही लगा रह जाता है। या थोड़ा बहोत निकलकर, चादर पर लग जाता है।
लेकिन स्क्वर्टइंग, सैक्स के दौरान किसी भी समय, बीच बीच में हो सकती है।
स्क्वर्टइंग में क्या कोई सावधानी बरतने कि आवश्यकता भी होती है?
जिन लड़कियों को स्क्वर्टइंग होती है, उनको संभोग करते समय, बिस्तर पर तौलिया बिछा लेना चाहिए। और अगर उनका साथी योनि को चाटना चाहता है, तो उसको पहले ही समझा देना चाहिए, कि योनि चाटते समय उसके मुह पर कभी भी, पानी कि बौछार हो सकती है, जो कि वास्तव में, यूरिन यानि कि पेशाब होता है। ताकि बॉयफ्रेंड या पति को इस बात का पहले ही पता रहे, और अपनी मर्ज़ी से वो इस चीज़ को अपनाए, या रहने दे। क्योंकि दोस्तों, सैक्स में मज़ा तभी आता है, जब सैक्स की क्रिया में, सैक्स पार्टनर से, कोई भी काम ज़बरदस्ती, बिना उसकी मर्ज़ी के न कराया जाए। उदाहरण के तौर पर, अगर कोई लड़की लिंग चूसना पसंद नहीं करती है, तो उसके साथी लड़के को, लिंग चूसने की ज़िद नहीं करनी चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से लड़की लिंग चूस तो लेगी, लेकिन उसके लिए ये काम मुसीबत बन जाएगा।
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सारांश
सैक्स आपसी मर्ज़ी से बनने वाला, एक खूबसूरत रिश्ता होता है, जिसमे सभी काम एक दूसरे कि मर्ज़ी से ही होने चाहिए। और हाँ, सैक्स को कभी भी प्यार के ऊपर तरजीह न दें। अगर आप सैक्स कि वजह से, अपने लाइफ पार्टनर, या अपनी गर्लफ्रेंड, या अपने बॉयफ्रेंड को धोखा देते हैं, तो आपको कभी शांति नहीं मिलेगी, और आपको कभी न कभी इसका भुगतान ज़रूर करना पड़ेगा।
तो सैक्स करें, लेकिन चरित्र के साथ। सैक्स की वजह से, अपना चरित्र कभी मत गवाएं।
दोस्तों। आजका आर्टिकल यहीं समाप्त होता है। सैक्स स्वास्थ्य संबंधी जानकारियों के लिए हमारी वेबसाईट को बुकमार्क कर लें, और नियमित रूप से हमारी वेबसाईट को विज़िट करते रहें।
धन्यवाद