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हस्तमैथुन क्या होता है
जब लड़का या लड़की युवावस्था में कदम रखते हैं, तो सैक्स हॉर्मोन्स के प्रभाव से उन्मे सैक्स करने की इच्छा, एकदम से बढ़ने लगती है। चूंकि सैक्स, उनके लिए बिल्कुल नई, और रोमांचक भरी चीज़ होती है, तो सैक्स संबंधी कुछ भी ख्याल आते ही उनका दिल, सैक्स के लिए करने लगता है। जब सैक्स के लिए साथी उपलब्ध नहीं होता है, तो वो अपने गुप्तांग को अपने आप ही सहलाकर, चरमसुख पा लेते हैं।
तो ऐसे होती है लगभग हर इंसान कि ज़िंदगी में हस्तमैथुन कि शुरुवात।
क्या हस्तहमैथुन हानिकारक है?
हस्तमैथुन एक स्वाभाविक क्रिया है, और ये ठीक ऐसा ही होता है, जैसे संभोग करना। क्योंकि संभोग और हस्तमैथुन दोनों के अंत में लड़के और लड़की को ऑर्गैज़म मिल जाता है।
अगर हफ्ते में एक या दो बार हस्तमैथुन किया जाए, तो ये सुरक्षित है। लेकिन अगर एक दिन में बार बार, हफ्ते में दो से अधिक बार हस्तमैथुन किया जाए, तो ये एक लत बन जाता है, और निसंदेह लत कोई भी हो, स्वास्थ्य के लिए हानिकारक ही होती है।
अधिक हस्तमैथुन से, सैक्स हॉर्मोन का लेवल बिगड़ सकता है। यही नहीं, इसकी अधिकता से मन चिड़चिड़ा भी रहने लगता है। और कभी कभी अत्यधिक हसस्तमैथुन मानसिक बीमारियों को भी जन्म दे सकता है।
क्यों है संतुलित हस्तमैथुन फायदेमंद
किशोरावस्था में, जब सैक्स हॉर्मोन्स मन को कभी कभी काफी अशांत कर देते हैं, तो इस स्थिति में लड़के लड़कियां अपनी कामुकता पर नियंत्रण नहीं कर पाते हैं। और कई बार ऐसा होता है, कि वो गलत इंसान के साथ सैक्स कर बैठते हैं, और बाद में उनको इसका पछतावा भी होता है।
हस्तमैथुन करके वो, सैक्स हॉर्मोन्स द्वारा अशांत किये गए मन को शांत कर सकते हैं। हस्तमैथुन अगर सही तरीके से किया जाए, तो ये सैक्स से भी अधिक आनंददायी हो सकता है। और इस तरह बिना अपना चरित्र गवाएं, बिना किसी बीमारी लगने के खतरे के, हस्तहमैथुन एक प्रभावशाली तरीका है, जिसका इस्तेमाल करके कोई भी स्त्री या पुरुष अपनी काम करने की इच्छा को शांत कर सकता है।
संतुलित हस्तमैथुन करने के ज़बरदस्त फायदे
रिसर्च में पाया गया है, कि अगर हस्तमैथुन सही तरीके से किया जाए, तो संभोग की तुलना में ये अधिक अच्छा चरमसुख पोहचाता है। हस्तमैथुन करते समय पुरुष हो या स्त्री, दोनों का मस्तिष्क पूरी तरह शांत होता है, और कई ऐसी प्रॉब्लेम्स नहीं होती, जो किसी के साथ संभोग करने पर होती हैं, जैसे कि, साथी को संतुष्ट करने की चिंता, या फिर साथी में अरुचि होना।
हस्तमैथुन करते हुए कर्ता का पूरा नियंत्रण होने वाली क्रिया पर होता है। और वो अपने हिसाब से क्रिया को कम या ज़्यादा देर तक चला सकता है।
बहुत सारी महिलायें संभोग क्रिया में चरमसुख प्राप्त नहीं कर पाती हैं। इसकी कई वजह हो सकती हैं, जैसे कि उनके पति का वीर्य उनसे पहले ही निकल जाता है। या फिर उनके पति का लिंग पतला और छोटा होना भी इसकी एक वजह हो सकती है। ऐसी स्थिति में वो अपने पति से हस्तमैथुन करवाकर चरमसुख पा सकती हैं। या फिर पति की अनुपस्थिति में भी वो हस्तमैथुन करके अपनी सैक्स इच्छा को शांत कर सकती हैं।
कैसे करें हस्तमैथुन ताकि ज़्यादा से ज़्यादा आनंद मिल सके
हस्तमैथुन एक कला है। और लड़का हो लड़की, एक सही तरीके से किया गया हस्तमैथुन ही मन को शांति दे सकता है। याद रखिए, अगर हस्तमैथुन के अंत में चरमसुख ठीक से न मिल पाए, तो एक अधूरापन रह जाता है, और सैक्स की इच्छा शांत नहीं होती है। साथ ही साथ मन भी अशांत हो जाता है। तो चलिए जानते हैं, कि हस्तमैथुन कैसे करना चाहिए।
हस्तमैथुन के लिए ऐसा समय चुने जब कोई आपको डिस्टर्ब न कर सके। याद रखिए, अच्छे ऑर्गैज़म मिलने के लिए मन बिल्कुल शांत होना जरूरी है।
सबसे पहले आपको सैक्स की इच्छा को तीव्र करना होता है। इसके लिए आप किसी भी काल्पनिक व्यक्ति को इमैजिन कर सकते हैं। किसी भी काल्पनिक सुंदर पुरुष के बारे में सोचिए, और इमैजिन कीजिए कि आप उसके साथ संभोग कर रहे हैं।
अपने मस्तिष्क में बिल्कुल ऐसे ही महसूस कीजिए, जैसे स्टेप बी स्टेप आप उसके साथ सैक्स कर रहे हैं। जैसे उसके कपड़े उतरना, उसके शरीर पर चुंबन लेना, उसके लिंग को चूसना। साथ ही साथ ये भी सोचिए कि वो आपकी योनि को किस कर रहा है, और आपके ब्रेस्ट पर भी चूम रहा है।
ऐसा सोचते सोचते ही, अपनी उंगलियों या वाइब्रैटर का इस्तेमाल करके अपनी योनि के ऊपर उपस्थित क्लिटोरिस के दाने को सहलाइए। मेरी सलाह है कि आप वाइब्रैटर का ही प्रयोग करें। क्योंकि वाइब्रैटर से आपको इतना शक्तिशाली चरमसुख मिलेगा, जितना आपको कभी भी नहीं मिल सका होगा।
ऐसे ही अपनी योनि को सहलाते सहलाते, अपने ब्रेस्ट को भी सहलाया जा सकता है। और अपनी टांगों और हिप्स पर भी हाथ फेरा जा सकता है।
ध्यान रहे, जैसे ही आप डिस्चार्ज होने वाली हों, तो उस समय मस्तिष्क को बिल्कुल केंद्रित कर लें, और सोचें, कि आपका शरीर आनंद के अगर में गोते लगाने वाला है, और ऐसा सोचते सोचते ही, आपकी योनि में तेज़ कन्ट्रैक्शन होंगे, और आप शानदार चरमसुख पा लेंगी।
जैसा मैंने महिलाओं के बारे में बताया, लड़के भी ठीक ऐसे ही कर सकते हैं। बस वो वाइब्रैटर के स्थान पर, आर्टफिशल योनि का प्रयोग कर सकते हैं। आर्टफिशल योनि उनको बिल्कुल असली योनि जैसा एहसास दिलाएगी, और इसमे लिंग डालकर, ये अपने आप ही आगे पीछे होती रहेगी। आर्टफिशल योनि के प्रयोग से किया गया हस्तमैथुन, सामान्य हस्तमैथुन से कई गुना अधिक आनंददायी और मस्तिष्क को शांति देने वाला होता है।
तो फ़्रेंड्स। इस तरह आपने जाना हस्तमैथुन का सही तरीका, हस्तमैथुन के फायदे, और कैसे हस्तमैथुन का अधिक से अधिक आनंद कोई लड़का या लड़की उठा सकता है।