Saturday, January 18, 2025

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गुदा मैथुन में होने वाले दर्द को कैसे कम करें

गुदा मैथुन को लेकर औरतों का क्या मत है

क्या औरतें , महिलायें गुदा मैथुन करना पसंद करती हैं?

गुदा मैथुन को पसंद करना और न करना एक बहोत ही व्यक्तिगत चॉइस हो सकती है, और अलग अलग पब्लिक सर्वे ये अभ्यास देते हैं, कि गुदा मैथुन को बहोत सारे कारक प्रभावित करते हैं, जैसे कल्चरल फ़ैक्टर्स, धार्मिक कारण, साथी का सहयोग, महिला की पर्सनल सोच आदि। एक सर्वे जहां ये कहता है कि महिलायें गुदा मैथुन करना पसंद करती हैं, तो वहीं एक सर्वे इसका ठीक उल्टा बताता है।

guda maithun ko aramdayak kaise banaye - guda maithun bina dard kaise kare

Anal sex के बारे में महिलाएं अलग-अलग अनुभव करती हैं। कुछ studies और experts के insights ये बताते हैं:

Bad Girls Bible के एक survey के हिसाब से, 63.3% महिलाएं anal sex का आनंद लेती हैं।
JOYclub.com के अनुसार, 19.7% महिलाएं anal penetration का आनंद लेती हैं।

Modern Intimacy के article के अनुसार, anal sex का आनंद लेना individual महिला पर depend करता है, उसकी comfort level (आराम स्तर) और sexual preferences (यौन प्राथमिकताओं) पर।

National Institutes of Health (NIH) के एक study में कुछ महिलाएं बताती हैं कि anal sex pleasurable (आनंददायक) हो सकता है, लेकिन ये painful (दर्दनाक) भी हो सकता है, depending on various factors (विभिन्न कारकों पर) जैसे relationship की intimacy (घनिष्ठता) और preparation (तैयारी)।

वो क्या कारण हैं जो महिलाओं को एनल सेक्स करने से रोक सकते हैं।

यह हैं कुछ टॉप कारण क्यों कुछ औरतें एनल सेक्स से बचती हैं:

1. दर्द है सबसे बड़ी वजह 

बहोत सारे लड़के गुदा मैथुन को गलत तरीके से करते हैं। उनको इस बात का एहसास ही नहीं होता है, कि गुदा की रचना योनि से बिल्कुल अलग होती है, और इसमे पेनिट्रेशन बहोत ज़्यादा सावधानी से किया जाना चाहिए। पर्याप्त मात्रा में लुब्रीकेंट का इस्तेमाल, साथी से बातचीत, और काफी धीरे धीरे ही, और साथी कि सहमति के बाद ही इस क्रिया को सफलतापूर्वक किया जा सकता है, वरना ये महिला के लिए काफी तेज़ दर्द का कारण बन सकती है।

2. स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं:

एनल सेक्स में कुछ  खास स्वास्थ्य जुड़े खतरे  होते हैं जो इसे (vaginal sex) योनि संभोग से ज़्यादा (risky) खतरनाक बनाते हैं। एनस में (natural lubrication) कुदरती चिकनाई नहीं होती, जिससे (tearing) फटने और (injury) चोट के (chances) अवसर  बढ़ जाते हैं, जो (pain) दर्द और (bleeding) खून बहना का कारण बन सकते हैं। ऐसे (tears) फटे हुए हिस्से (infections) संक्रमण, जैसे (STIs) (sexually transmitted infections) like (HIV) यौन संचारित संक्रमण जैसे एचआईवी, को (entry point) प्रवेश बिंदु देते हैं। (Rectal lining) गुदा की परत (vaginal walls), योनि की दीवारों के मुक़ाबले पतली और (delicate) नाजुक होती है, इसलिए (bacterial infections) जीवाणु संक्रमण और (STDs) यौन रोग के लिए ज़्यादा (susceptible) संवेदनशील है। (E. coli) ई. कोलाई जैसे (bacterial infections) जीवाणु संक्रमण भी ज़्यादा होते हैं (anus) गुदा के (fecal matter) मल के पास होने के कारण। इसलिए, सही सावधानी और (safe practices) सुरक्षित तरीके ज़रूरी हैं।

3. सांस्कृतिक या धार्मिक विश्वास:

कई धार्मिक मतों के अनुसार गुदा मैथुन अपवर्जित माना जाता है, और धार्मिक महिलायें इस कारण गुदा मैथुन से बचती हैं।

भावनात्मक या मानसिक कारण

एनल सेक्स एक ऐसा टॉपिक है जो काफी इमोशंस और रिएक्शंस को जगाता है, खासकर औरतों के बीच। कुछ औरतों का एनल सेक्स के साथ नेगेटिव एसोसिएशन हो सकता है, अलग-अलग वजहों से जैसे कि पुराने एक्सपीरियंस, सोशल मैसेजेस, या पर्सनल फीयर्स।

पुराने एक्सपीरियंस एक महत्वपूर्ण रोल प्ले कर सकते हैं किसी के विचार को बनाने में। ये एक्सपीरियंस फिजिकली अनकंफर्टेबल या इमोशनली स्ट्रेसिंग हो सकते हैं, जो एक लंबे समय तक नापसंदगी का कारण बन सकते हैं। कुछ लोगों के लिए, पुराना ट्रॉमा या एब्यूज भी नेगेटिव एसोसिएशन में योगदान कर सकता है, जिससे एनल सेक्स का आइडिया काफी परेशान करने वाला या डरावना हो जाता है।

जैसे समाज में एक गुलाब को प्यार का प्रतीक माना जाता है, वैसे ही एनल सेक्स को लेकर भी अलग-अलग मैसेजेस आते रहते हैं, जो लोगों की धारणाएं बनाते हैं। कल्चर और सोशल नॉर्म्स अक्सर इसे नेगेटिव लाइट में दिखाते हैं, जैसे ये कोई बदनाम चीज़ हो।

मीडिया के चित्रण रिस्क्स को बढ़ा-चढ़ाकर दिखा सकते हैं या ऐसे तरीकों से प्रस्तुत कर सकते हैं जो नकारात्मक रूढ़िवादिता को बढ़ावा देते हैं। ये मैसेजेस इस प्रैक्टिस के बारे में डर और चिंता पैदा कर सकते हैं, जिसकी वजह से औरतें इसे टालना चाहती हैं।

6. स्वच्छता की चिंताएं

कुछ औरतों ने एनल सेक्स के बारे में बताया कि गुदा या मलाशय में मौजूद मल का लिंग पर लग जाना उनकी एक बड़ी चिंता है। यह अनुभव कुछ औरतों के लिए बहुत असहज और गंदा हो सकता है, जिससे वे इस प्रक्रिया से बचना चाहती हैं।

एक महिला ने साझा किया, “एनल सेक्स के दौरान मुझे यह चिंता सताती थी कि कहीं मल का कुछ हिस्सा मेरे पार्टनर के लिंग पर न लग जाए। यह सोच ही बहुत गंदा और घिनौना लगता था। इसलिए यह अनुभव बिल्कुल भी अच्छा नहीं रहा।”

दूसरी महिला ने कहा, “सफाई करते समय भी मन में यह डर रहता था कि कहीं सब ठीक से साफ नहीं हुआ हो। अगर एनल सेक्स के दौरान कुछ मल निकल आया तो यह हमारे दोनों के लिए शर्मिंदगी और घिनावट का कारण बन सकता है।”

इन अनुभवों की वजह से, कुछ औरतों को एनल सेक्स के दौरान हाइजीन की बहुत चिंता होती है और इसी वजह से कई महिलाएं एनल सेक्स से बचने का फैसला करती हैं।

गुदा मैथुन को बेहतर और आरामदायक बनाने के लिए संभोग कलाएं

काउगर्ल (या काउबॉय)

डिस्क्रिप्शन (विवरण): रिसीविंग पार्टनर (प्राप्त करने वाला साथी) ऊपर होता है, जो उन्हें पेनिट्रेशन (प्रवेश) की डेप्थ (गहराई) और स्पीड (गति) को कंट्रोल (नियंत्रण) करने का मौका देता है।

एक्सपर्ट ओपिनियन (विशेषज्ञ राय): यह पोजीशन बिगिनर्स (नौसिखियों) के लिए हाईली रिकमेन्डेड है क्योंकि इसमें रिसीविंग पार्टनर को पूरा कंट्रोल मिलता है, जो डिस्कंफर्ट (असुविधा) मैनेज (प्रबंधित) करने में आसान होता है।

डॉगी स्टाइल

डिस्क्रिप्शन: रिसीविंग पार्टनर ऑल फोर्स (चारों हाथ-पैर) पर होता है, और पेनिट्रेटिंग पार्टनर (प्रवेश करने वाला साथी) पीछे से एंटर (प्रवेश) करता है।

एक्सपर्ट ओपिनियन: यह पोजीशन एनल सेक्स के लिए पॉपुलर (लोकप्रिय) है क्योंकि यह डीप पेनिट्रेशन (गहरा प्रवेश) अलाउ (अनुमति) करती है और रिसीविंग पार्टनर को एंगल (कोण) और डेप्थ को एडजस्ट (समायोजित) करने का कंट्रोल देती है।

फेस-टु-फेस (आमने-सामने) (लैप डांस)

डिस्क्रिप्शन: रिसीविंग पार्टनर पेनिट्रेटिंग पार्टनर की लैप (गोद) में बैठकर सामना करता है।

एक्सपर्ट ओपिनियन: यह पोजीशन इंटीमेसी (अंतरंगता) और पेनिट्रेशन डेप्थ पर कंट्रोल देती है, जो कई लोगों के लिए कम्फर्टेबल (आरामदायक) ऑप्शन (विकल्प) बनाता है।

स्पूनिंग

डिस्क्रिप्शन: दोनों पार्टनर्स अपनी साइड्स (बगल) पर लेटे होते हैं, जहाँ रिसीविंग पार्टनर की बैक (पीठ), पेनिट्रेटिंग पार्टनर की फ्रंट (सामने) के अगेंस्ट (विरुद्ध) होती है।

एक्सपर्ट ओपिनियन: यह पोजीशन जेंटल (कोमल) होती है और क्लोज फिजिकल कॉन्टैक्ट (निकट शारीरिक संपर्क) अलाउ करती है, जो एनल सेक्स के बिगिनर्स के लिए या रिलैक्स्ड (आरामदायक) एक्सपीरियंस चाहने वालों के लिए आइडियल (आदर्श) है।

गुदा मैथुन को आरामदायक बनाने के लिए चुने सही लुब्रीकेंट

एनल सेक्स को आसान और आरामदायक बनाने के लिए ल्यूब्स का इस्तेमाल बहुत जरूरी है। यहाँ कुछ तरह के ल्यूब्स हैं जो आप यूज़ कर सकते हैं:

  1. वॉटर-बेस्ड ल्यूब्स: ये सबसे कॉमन और वर्सेटाइल होते हैं। इन्हें साफ करना आसान होता है और ये सेक्स टॉयस और कंडोम्स दोनों के साथ सेफ़ होते हैं। हालांकि, ये जल्दी सूख सकते हैं, इसलिए इन्हें बार-बार अप्लाई करना पड़ सकता है।
  2. सिलिकॉन-बेस्ड ल्यूब्स: ये ल्यूब्स लंबे समय तक चलते हैं और बार-बार अप्लाई करने की जरूरत नहीं होती। ये खासकर एनल सेक्स के लिए अच्छे होते हैं क्योंकि लॉंग लैस्टिंग भी होते हैं। लेकिन इन्हें सिलिकॉन सेक्स टॉयस के साथ यूज़ नहीं करना चाहिए क्योंकि ये टॉयस को डैमेज कर सकते हैं।

TrustWind Clinc और Durex कुछ भरोसेमंद ब्रांड हैं, जो विभिन्न प्रकार के सुरक्षित lubes ऑफर करते हैं।

ल्यूब्स को सही तरिके से यूज़ करना भी इम्पॉर्टेंट है:

  • पहले से अच्छी मात्रा में ल्यूब अप्लाई करें।
  • अगर जरूरत लगे तो बीच में और ल्यूब अप्लाई कर सकते हैं।
  • अगर एनल सेक्स के दौरान किसी भी तरह की असुविधा या दर्द हो तो रुककर और ल्यूब लगाएं।

ल्यूब्स का सही इस्तेमाल एनल सेक्स को ज्यादा सेफ और कम्फ़र्टेबल बना सकता है।

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