मनाली से उर्वशी जी (काल्पनिक नाम) का लेख
मेरी शादी को अभी मात्र दो साल ही हुए थे , और मैं अपने पति के साथ काम सुख का सम्पूर्ण आनंद उठा रही थी। हम दोनों दिन में कभी भी संभोग कर लेते थे। जैसे नए नए शादी के दिनों में जोश और उत्साह होता है, ऐसे ही हम उस उत्साह का पूरा आनंद उठा रहे थे। चूंकि मेरे पति मनाली में होटल मैनेजर को तौर पर नियुक्त हैं, तो हम अपने संयुक्त परिवार से दूर अकेले ही, कंपनी की तरफ से दिए गए आवास में रहते हैं। और घर में हम दोनों अकेले होने के कारण सैक्स कैसे भी और कहीं भी करने में स्वतंत्र थे।

जैसे ही मेरे पति शाम में घर लौटते तो, मैं तुरंत ही उनकी पैंट की ज़िप खोलकर उनके लिंग को चूसना शुरू कर देती, और तब तक पीती रहती जब तक उनका वीर्य न निकल जाता, और मैं पूरे दिन वासना में इतनी प्यासी हो जाति, कि उनका सारा वीर्य निगल लेती। और इस तरह मैं अपने पति की सारी थकान आते ही दूर कर देती थी।
उसके बाद जितने वो फ्रेश होते, उतने मैं उनके लिए अच्छा स खाना लगा देती, हम दोनों खाना कहते, टीवी देखते और खूब बाते करते.।

फिर बस रात घिरते ही हमारी काम क्रीड़ाएं शुरू हो जाती थी। और कभी वो मुझे कीचेन में तो कभी लाबी में तो कभी बेडरूम में। मतलब एक रात में हम लगभग 6 से 7 बार संभोग करते। इसके अलावा कभी वो मेरी योनि चाटते तो कभी मैं उनका लिंग। विभिन्न संभोग कलाओं मे हम सैक्स करते।
एक दुर्घटना में मेरे पति नपुंसक हो गए, और उनके लिंग में तनाव आना बंद हो गया
इतनी प्यारी हमारी सैक्स लाइफ को न जाने कइसकी नज़र लग गई, और एक दिन जब हम कार से पहाड़ी रास्ते से जा रहे थे, तो कार का नियंत्रण खराब हो जाने के कारण, हमारा एक्सीडेंट हो गया। और मेरे पति के सर में चोट आई। मुझे भी चोटें आईं। लेकिन वो इतनी गहरी नही थी।
मेरे पति कई दिन, बेहोश रहे। भगवान की कृपा से मेरे पति को होश आ गया, और वो जल्दी ही ठीक भी हो गए।

जब वो पूरी तरह स्वस्थ हो गए, तो मैंने एक दिन मुखमैथुन के लिए उनकी पैंट खोली, और लिंग को मुंह में लेने लगी । मैं काफी प्यासी थी, और वासना की आग मेरे सर चढ़ कर बोल रही थी। मैं लिंग को चूसे जा रही थी। लेकिन मैं और मेरे पति दोनों ही shocked हो गए, जब हुमने देखा कि लिंग इतनी देर चूसे जाने के बाद भी भी पूरी तरह ढीला ही पड़ा था, और उसमे बिल्कुल भी तनाव नहीं था।
हम दोनों का जीवन उदासी से भर गया
हम दोनों काफी तनाव में आ गए। लेकिन मैंने फिर भी अपने पति का दिल रखने के लिए उनको दिलासा दिया, कि ठीक हो जाओगे। हो सकता है, अभी एक्सीडेंट की वजह से कुछ रिकवरी होनी रह गई हो।
और अगले दिन हम डॉक्टर से मिले, और उसने मेरे पति का सी टी स्कैन और MRI इमेजिंग करवाई। जिसमे उसने कहा, कि मस्तिष्क से लिंग तक संवेदनाएं ले जाने वाली कोई नर्व permanantly डैमिज हो गई है, और अब मेरे पति के लिंग में तनाव आना संभव ही नहीं है।

ये सुनते ही हम दोनों पर तो मानो पहाड़ से टूट पड़ा। मेरे पति तो पूरी तरह सदमे में चले गए। लेकिन मैं दिल पर पत्थर रखकर उनको समझा रही थी, कि सब ठीक हो जाएगा। ये डॉक्टर तो ऐसे ही बोल देते हैं, और जल्दी ही आपके लिंग में उत्तेजना लौट आएगी।
दिन बीतते गए, लेकिन कोई भी फायदा नही हुआ, और लगभग 4 महीने बीत जाने पर भी उनके लिंग में कोई कड़ा पन नहीं आया। और हम दोनों को भी समझ आ गया, कि डॉक्टर की बात सही थी।
मेरे पति का सैक्स का मन तो करता, और जब मैं लिंग को चुसती, और उनके अंडकोशों को चाटती, तो उनका वीर्य तो निकल जाता, लेकिन लिंग ढीला ही पड़ा रहता। इस तरह मेरे पति को चरम सुख तो मिल सकता था, लेकिन वो मुझे चरम सुख नही दे सकते थे।
मेरी ज़िंदगी तो जैसे नर्क हो चुकी थी।

मुखमैथुन जैसे योनि चाटना आदि से मैं ऊब चुकी थी, मुझे तो योनि में लिंग चाहिए था
अब तो बस मैं, उनसे योनि चटवाकर ही चरम सुख प्राप्त कर लेती थी, या फिर हस्तमैथुन कराकर वो मेरा पानी निकाल देते।
लेकिन मेरा दिल करता, कि जैसे वो मेरी योनि मे लिंग डालकर और मेरे ऊपर सवार होकर एक घोड़े की तरह धक्के मारते थे, और मुझपर हावी होकर मुझपर टूट पड़ते थे, मैं वो चाहती थी। और वो तभी संभव था, जब उनके लिंग में कड़ापन आए और वो लंबा मोटा होकर योनि में समा सके।
बेल्ट पेनिस हमारे जीवन में उम्मीद लेकर आया
बस नीरस सी हो चुकी इस ज़िंदगी में एक दिन मैं ऐसे ही इंटरनेट पर ऐडल्ट वेबसाईट पर फिल्म्स देख रही थी। तभी एक विडिओ क्लिप आई जिसमे एक लड़के ने बेल्ट वाला लिंग (plastic ling or silicone condom) पहन रखा था। वो बिल्कुल असली लिंग जैसा दिख रहा था, और और वो उसकी मदद से आसानी से सैक्स कर पा रहा था।

इस विडिओ को देखते देखते ही मैं काउच से उठकर बैठ गई। मेरे दिल में उम्मीद कि किरण जाग उठी थी।
मैंने इस बेल्ट वाले लिंग के बारे में इंटरनेट पर और अधिक जानकारी खंगाली तो मुझे पता चला कि ये बेल्ट वाला लिंग ऐसे ही मर्दों के लिए बनाया गया है, जो किसी न किसी वजह से लिंग में तनाव खो चुके हैं, और जिनके लिंग में तनाव या तो बहोत कम आता है, या बिल्कुल भी नहीं आता है।
ये बेल्ट वाला लिंग अंदर से खोखला होता है, और इसका मटीरीअल बिल्कुल असली लिंग जैसा होता है।

मैंने अपने पति को बिना बताए एक बेल्ट पेनिस मँगवा लिया। और जब मैंने इसको हाथों से छुवा तो मुझे करंट सा लग गया। क्योंकि ये छूने पर बिल्कुल असली लिंग का एहसास करा रहा था।
मैंने अपने पति को गिफ्ट में ये बेल्ट लिंग या बेल्ट कान्डम दिया। और जब उसने इसको पहना तो ये उसके ऑरगिनल पेनिस से भी ज़्यादा खूबसूरत और बड़ा लग रहा था।
उस रात मेरे पति ने जमकर मेरी प्यास बुझाई। और बेल्ट लिंग की मदद से हम दोनों की अधूरी सैक्स लाइफ पूरी हो गई।
ये लेख मैंने कामसुख के माध्यम से उन सभी महिलाओं और पुरुषों तक भेजा है, जो उस भयानक स्थति से गुज़र रहे होंगे जिससे मैं होकर गुज़री हूँ। ताकि वो भी बेल्ट लिंग का इस्तेमाल करके अपनी सैक्स जीवन को बेहतर बना सकें।